A view of the sea

सावधान! दोपहर की झपकी ले सकती है आपकी जान... 

सोना हर किसी को पसंद होता हैं। कई लोग तो ऐसे होते हैं जो पूरा-पूरा दिन सोए रहते हैं।

आज हम आपको ये बताने जा रहे हैं कि दोपहर के समय सोने से क्या होता हैं।

चाणक्य के अनुसार, दोपहर में सोने से जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और यह शरीर और मानसिक स्थिति के लिए हानिकारक हो सकता है

 दोपहर में सोने से शरीर की ताकत और चपलता दिन-ब-दिन खत्म होती जाती है और मानसिक स्थिति भी कमजोर होती है।

इससे व्यक्ति के जीवन में विपत्ति और समस्याएं आ सकती हैं। जिससे जीवन में परेशानियां आ सकती हैं।

 दोपहर में सोने से सांसें लंबी हो जाती हैं और शरीर की ऊर्जा का नुकसान होता है, जो जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करता है।

 चाणक्य का मानना था कि दोपहर के समय सोने से मृत्यु का खतरा बढ़ सकता है, क्योंकि यह शरीर के सामान्य कार्यों को बाधित करता है। 

डॉक्टरों के अनुसार भी, दोपहर में सोने से दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है और इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है।

ये भी देखें