घर हो या ऑफिस का काम, Micro Breaks लेने से हेल्थ रहती है अच्छी

अपनी व्यस्त दिनचर्या में बीच-बीच में थोड़ा समय खुद को रिलैक्स करने के लिए निकालने को माइक्रो बेक कहा जाता है।

ये ब्रेक 10 मिनट का भी हो सकता है या 5 मिनट में भी निपटाया जा सकता है। ये छोटा-सा ब्रेक आपको रिफ्रेश और रिचार्ज करने का काम करता है।

माइंडफुलनेस से स्ट्रेस को दूर करने के लिए एक्सरसाइज करें। कुछ मिनट के लिए सांसों पर ध्यान केंद्रित करें। आंख बंद करके सुखासन में बैठ जाएं। आप चाहें तो इसे ऑफिस में अपनी कुर्सी पर भी बैठकर कर सकते हैं।

कोई न कोई फिजिकल एक्टिविटी करें। एक्सपर्ट्स का कहना है कि काम के बीच 10 मिनट का माइक्रो ब्रेक लेने से थकान का एहसास नहीं होता।

पामिंग कर सकते हैं। माइक्रो ब्रेक में पामिंग से बहुत आराम मिलता है। हथेलियों को आपस में रगड़ें, जिससे गर्मी उत्पन्न हो। फिर इसे आंखों पर कुछ सेकंड लगाकर रखें। अब इसी में धीरे-धीरे आंखों को खोलें।

माहौल में बदलाव करें। जैसे- घर के काम कर रहे हैं तो बीच में एक कप चाय पीने के लिए लॉन में बैठ जाएं। ऑफिस है, तो सीट छोड़कर कैंटीन या बाहर थोड़ी देर वॉक करें। इन छोटी-छोटी चीज़ों से दिमाग रिफ्रेश हो जाता है।

माइक्रो ब्रेक के फायदे

फोकस बढ़ता है।

शरीर फिट रहता है और आप ज्यादा एनर्जेटिक फील करते हैं।

बॉडी के साथ माइंड भी हेल्दी रहता है।

स्ट्रेस दूर होता है।

क्रिएटिविटी और प्रोडक्टविटी बढ़ती है।

थकान छू मंतर हो जाती है।