केमिकल वाले रंगों से रहे सावधान करें होली पर प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल
घर पर गुलाल को बनाने का मतलब यह है कि आप प्राकृतिक तौर पर होली खेल पाएंगे और आपकी त्वचा और बालों को नुकसान नहीं फायदा होगा।
घर पर कैसे बनाएं गुलाल
गुलाबी गुलाल
– बहुत सारी गाजर ले।– गाजर का जूस निकालने।– गाजर के बुरादे को धूप में सुखा दें।– सूखे हुए बुरादे को अच्छे से मसल कर पाउडर बना ले।– पाउडर को और कोमल करने के लिए टेलकम पाउडर मिला सकते हैं।
लाल गुलाल
– ढेर सारे लाल गुलाब ले।– गुलाब की पंखुड़ियां तोड़कर धूप में सुखा दे।– सूखी हुई पंखुड़ियों को मसल कर पाउडर बना ले।– लाल रंग की मात्रा को बढ़ाने के लिए गेहूं का आटा मिला सकते हैं।
पीला गुलाल
– मुल्तानी मिट्टी पाउडर में हल्दी को मिलाकर पीला रंग बनाना।– बेसन में हल्दी मिलाकर पीला रंग बनाना।– गेंदे के फूल की पत्तियों को धूप में सुखा कर उसे मसलकर पीला रंग बनाना।– चंदन पाउडर में हल्दी मिलाकर पीला रंग बनाना।
नारंगी गुलाल
– ढेर सारे पलाश के फूल लें।– पलाश के फूलों को धूप में सिखाएं।– सूखे हुए पलाश के फूलों को मसल कर पाउडर बना लें।
हरा गुलाल
– पुदीना, धनिया और पालक की पत्तियों को धूप में सुखाएं।– सुखी हुई पत्तियों को मसल कर पाउडर बनाकर रंग तैयार करें।– हरे रंग को बनाने के लिए मेहंदी का इस्तेमाल भी होता है।– सुखी मेहंदी रंग नहीं छोड़ते और यह बालों और त्वचा के लिए फायदेमंद होती है।
नीला गुलाल
– ढेर सारी गुड़हल के फूल ले।– फूलों को धूप में सिखाएं।– सूखे हुए फूलों को मसल कर पाउडर तैयार करें।
सफेद गुलाल
– सफेद रंग के लिए गेहूं का आटा इस्तेमाल करें।– गेहूं के आटे में खुशबू के लिए सफेद चंदन मिलाएं।