कैलिफोर्निया स्थित Infinium (इंफीनियम) दुनिया की पहली ई-ईंधन निर्माता कंपनी बनने की राह में है। इस कंपनी ने कार्बन डाइऑक्साइड का इस्तेमाल करके ईंधन का औद्योगिक-पैमाने पर उत्पादन किया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी की टेक्सास स्थित प्लांट, कॉर्पस क्रिस्टी, इस तरह के ईंधन के औद्योगिक-पैमाने पर उत्पादन को अवधारणा से वास्तविकता में बदलने वाली दुनिया की पहली प्लांट बनने की राह पर हो सकती है।
1. हाइड्रोजन को एक रिएक्टर में भेजा जाता है, जहां यह CO2 (कार्बन डाइऑक्साइड) के साथ मिल जाता है।
क्या है प्रक्रिया
2. पेटेंटेड प्रोसेस जिसमें कैटालिस्ट (उत्प्रेरक) और केमिकल रिएक्शन (रासायनिक प्रतिक्रियाएं) शामिल होती हैं।
3. फिर इसे सिंथेटिक ईंधन में बदल देती हैं जिसके गुण फॉसिल फ्यूल (जीवाश्म ईंधन) के जैसे होते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, Infinium लगभग 8,300 लीटर इलेक्ट्रोफ्यूल या ई-ईंधन का उत्पादन करती है और इसे पूरे अमेरिका में ग्राहकों को वितरित करती है।
20 मार्च को गेट्स ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा था कि वह टेक्सास में क्लीन एनर्जी के भविष्य पर काम करने वाले इनोवेटर्स से मिलने गए थे।
गेट्स के अनुसार ही, Infinium के दृष्टिकोण की खास बात यह है कि उनके ईंधन को मौजूदा इंजनों में डाला जा सकता है। जिसमें ट्रक, जहाज और यहां तक कि विमान भी शामिल हैं।