केंद्रीय विद्यालय में करवाना चाहते हैं बच्चे एडमिशन, जानें क्या हैं नियम

केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन मिलना आसान नहीं है। भारत में 4 तरह के केंद्रीय विद्यालय हैं।

 केवीएस एडमिशन फॉर्म भरते समय प्रायोरिटी लिस्ट में उस ब्रांच का उल्लेख करना अनिवार्य है, जहां आप अपने बच्चे का दाखिला करवाना चाहते हैं।  

केंद्रीय विद्यालय की कई ब्रांचेस में एडमिशन के समय माता या पिता की नौकरी, घर से दूरी जैसी चीजों को वरीयता दी जाती है

केंद्रीय विद्यालय की कोई भी ब्रांच चुनते समय आपको उसका राज्य भी सेलेक्ट करना होगा। यह अनिवार्य है। अपनी पसंद के केंद्रीय विद्यालय चुनते ही उसकी कैटेगरी भी ऑटोमैटिकली डिसप्ले हो जाएगी। 

केंद्रीय विद्यालय के लिए 4 कैटेगरी बनाई गई हैं। हर विद्यालय इनमें से किसी 1 कैटेगरी के अंतर्गत ही आता है

1- सिविल सेक्टर के अंतर्गत केंद्रीय विद्यालय 2- डिफेंस सेक्टर के अंतर्गत केंद्रीय विद्यालय 3- प्रोजेक्ट सेक्टर के अंतर्गत केंद्रीय विद्यालय 4- आईएचएल सेक्टर यानी इंस्टीट्यूट ऑफ हायर लर्निंग के अंतर्गत केंद्रीय विद्यालय

क्षेत्र- केंद्रीय विद्यालय चुनते ही उसके क्षेत्र की जानकारी उपलब्ध हो जाएगी।

स्पॉन्सरिंग एजेंसी- विद्यालय चुनते ही स्कूल की स्पॉन्सरिंग एजेंसी से जुड़ी जानकारी मिल जाएगी.

लोकेशन- विद्यालय सेलेक्ट करने के बाद स्कूल की लोकेशन भी डिसप्ले हो जाती है.

विद्यालय लोकेशन मैप- फॉर्म भरते समय स्टैटिक मैप उपलब्ध करवा दिया जाता है. आप उस पर क्लिक करके अपने विद्यालय की लोकेशन चेक कर सकते हैं.

घर से स्कूल की दूरी- जो स्टूडेंट्स दिव्यांग, एससी, एसटी, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस, बीपीएल वर्गों के तहत फॉर्म भर रहे हैं, उनके लिए यह ऑप्शन मायने रखता है। अन्य स्टूडेंट्स के फॉर्म में यह नजर नहीं आएगा ।