दक्षिण कोरिया में मार्शल लॉ संकट के बाद वहां का बाजार राजनीतिक उथल-पुथल से हिल गया है।
दक्षिण कोरिया के बाजार में 2 फीसदी की गिरावट आई। कच्चे तेल की कीमतों में 2 फीसदी की तेजी देखने को मिली।
दक्षिण कोरिया संकट का असर भारतीय बाजारों पर भी दिख रहा है।
भारत और दक्षिण कोरिया के बीच व्यापारिक संबंधों में पिछले कुछ सालों में तेजी आई है।
वित्त वर्ष 2022-23 में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 27.8 अरब डॉलर हो गया।
भारत की कई बड़ी कंपनियों ने दक्षिण कोरिया में निवेश किया है।
टाटा मोटर्स ने वहां करीब 102 मिलियन डॉलर का निवेश किया है।
अगर वहां राजनीतिक हालात खराब होते हैं तो इन कंपनियों की चिंताएं बढ़ सकती हैं।
अगर कंपनी पर संकट आता है तो उसके शेयरों पर नकारात्मक असर पड़ेगा।