30 जुलाई को केरल के वायनाड जिले में भूस्खलन हुआ, जिसमें 420 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई।
चक्रवात रामल 2024 के उत्तरी हिंद महासागर चक्रवात सीज़न का पहला तूफ़ान था। इसने 33 लोगों की जान ले ली।
30 नवंबर को पुडुचेरी के पास चक्रवात फेंगल आया, जिसमें कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य प्रभावित हुए।
इस तूफ़ान ने भारी बारिश के साथ तबाही मचाई, पुडुचेरी में 46 सेमी बारिश दर्ज की गई।
इससे सड़कें और खेत जलमग्न हो गए। तमिलनाडु के विलुप्पुरम जिले में भी भारी नुकसान हुआ।
31 अगस्त से 9 सितंबर तक विजयवाड़ा में भारी बारिश और नदियों के उफान के कारण बाढ़ आ गई।
इस बाढ़ में 45 लोगों की जान चली गई और 2.7 लाख से ज़्यादा लोग प्रभावित हुए।
सबसे ज़्यादा नुकसान लाहौल और स्पीति ज़िले में हुआ। इस दौरान 121 घर तबाह हो गए और 35 भूस्खलन हुए।
असम में भीषण बाढ़ आई, जिसमें 117 लोगों की मौत हो गई। 2019 से अब तक असम में बाढ़ में कुल 880 लोगों की मौत हो चुकी है।