गुरुवार, 3 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र शुरू होने जा रहें हैं। नौ दिनों तक चलने वाले इस उत्सव का जश्न पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है।
इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही देवी मां का आशीर्वाद पाने के लिए लोग व्रत-उपवास भी करते हैं।
अगर आप डायबिटीज जैसी बीमारी से जूझ रहे हैं, तो व्रत रखते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
आप जब भी खाएं, तो साबुत अनाज, ब्राउन चावल और ओट्स जैसे कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट को डाइ टमें शामिल करें। कार्बोहाइड्रेट रिच फूड्स में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और ये ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।
व्रत के दौरान आप जब भी कुछ खाएं, तो इस पर नियंत्रण जरूर रखें। व्रत खोलते समय ध्यान रखें कि आप ज्यादा न खाएं, वरना इससे ब्लड शुगर में बढ़ोतरी हो सकती है।
व्रत के दौरान हाइड्रेटड रहना बहुत जरूरी है। इसके लिए दिनभर खूब सारा पानी पिएं, क्योंकि डिहाइड्रेशन ब्लड शुगर के स्तर को प्रभावित कर सकता है।
ब्लड शुगर के स्तर को स्थिर करने और लंबे समय तक पेट भरा महसूस करने के लिए अपनी डाइट में लो फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट्स, नट्स और बीज जैसे प्रोटीन के स्रोतों को शामिल करें।
उपवास के दौरान मीठे फूड्स और ड्रिंक्स से बचें या इनका परहेज करें। इस फूड्स में मिठाइयां, शुगरी ड्रिंक्स और बहुत ज्यादा फलों को खाना शामिल है।
नौ दिन के व्रत दौरान तले हुए फूड्स, जैसे पकोड़े और समोसे आदि से दूर रहें। इन फूड्स में अनहेल्दी फैट ज्यादा होता है, जो ब्लड शुगर बढ़ने का कारण बन सकते हैं।
ज्यादा नमक के सेवन से फ्लूइड रिटेंशन और ब्लड प्रेशर में बढ़ोतरी हो सकती है, जो डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए समस्या का कारण बन सकता है।
अगर आप डायबिटीज के लिए दवा ले रहे हैं, तो यह जरूरी है कि आप व्रत के दौरान इसे बिल्कुल भी मिस न करें। चाहें तो व्रत के दौरान इसे खाने को लेकर अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।