भगवान शनि देव शनि देव को न्याय का देवता माना जाता है। हिंदू धर्म में वे एक महत्वपूर्ण देवता हैं और ग्रहों में शनि के स्वामी हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि देव को कुछ फूल भूलकर भी नहीं चढ़ाने चाहिए। तो यहां जान लें कि कौन से फूल नहीं चढ़ाने चाहिए? और कौन से फूल चढ़ाने चाहिए?
शनि-मंगल का टकराव ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि और मंगल एक दूसरे के विरोधी ग्रह माने जाते हैं। लाल रंग मंगल का प्रतीक है, इसलिए शनि देव को यह रंग पसंद नहीं है।
नाराज होने का कारण ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव को लाल फूल चढ़ाना वर्जित है। लाल फूल चढ़ाने से शनि देव नाराज हो सकते हैं और व्यक्ति के जीवन में अशुभ फल देने लगते हैं।
कौन से फूल नहीं चढ़ाने चाहिए? ज्योतिष शास्त्र के अनुसार लाल फूलों का संबंध मंगल से होता है और शनि और मंगल का एक साथ होना शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए शनि देव को गुलाब, गुड़हल आदि लाल फूल नहीं चढ़ाने चाहिए।
कौन से फूल चढ़ाने चाहिए? शनि देव को नीले या काले फूल पसंद हैं, जैसे नीला कमल और सफेद फूल। इसलिए शनिवार के दिन आप शनिदेव को इन रंगों के फूल चढ़ा सकते हैं।
सफेद फूल शनिदेव को चमेली, कुमुदिनी आदि सफेद फूल चढ़ाना शुभ माना जाता है।
पीले फूल शनिदेव को पीले फूल भी बहुत पसंद हैं। इसलिए आप पीले गेंदे या सूरजमुखी के फूल भी चढ़ा सकते हैं।