पहले महिलाएं बिकनी में आती थी नजर अब बुर्का बन चुका जिंदगी

1950 के दौर में अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA द्वारा सत्ता में बिठाए गए मोहम्मद रज़ा पहलवी ने इस्लामिक मुल्क में जमकर बदलाव किये थे।

इन बदलावों में महिलाओं के वोट करने के अधिकार से लेकर कपड़े पहनने की आजादी तक शामिल थी। 

इसी कड़ी में महिलाओं का शॉर्ट्स और यहां तक कि समुद्र किनारे बिकनी में घूमना बेहद आम बन गया था। यहां तक कि क्लब और बार में महिलाएं पुरुषों के साथ शामिल हो सकती थीं। 

हालांकि इस्लामिक क्रांति होने के बाद स्थिति तेजी से महिलाओं के खिलाफ चली गई। अब न तो महिलाएं मन मुताबिक वस्त्र धारण कर सकती हैं और न ही खुले बालों में घूम सकती हैं।

1950 के दौर में अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA द्वारा सत्ता में बिठाए गए मोहम्मद रज़ा पहलवी ने इस्लामिक मुल्क में जमकर बदलाव किये थे।

ईरान में 1979 से पहले महिलाएं जहां पुरुषों के साथ समुद्र में बिकनी में आनंद ले सकती थीं वहीं आज उन्हें साथ नहाने पर भी मनाही है।

ईरान में महिलाओं पर नजर रखने के लिए वर्ष 2005 में मोरलिटी पुलिस या गश्त-ए-इरशाद का गठन किया गया था। यह पुलिस अक्सर सड़कों पर महिलाओं को गाड़ियों में खींचती मिल जाती है। 

पुलिस बच्चियों से लेकर बूढ़ी महिलाओं को हिजाब ना पहनने के लिए गिरफ्तार कर लेती है, जिसमें कइयों को अक्सर अपनी जान गंवानी पड़ जाती है। 2019 में एक छोटी लड़की को लड़कों के साथ खेलने के आरोप में भी गिरफ्तार करने का मामला काफी विवादों में रहा था।

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