नवविवाहित जोड़ों के लिए भी इसे बहुत खास माना जाता है।
सुहागरात शब्द संस्कृत के सौभाग्य शब्द से जुड़ा है।
माना जाता है कि सौभाग्य से ही सुहाग की उत्पत्ति हुई है।
सुहाग और सुहागन ये दोनों ही शब्द विवाहित महिला के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
पति के सौभाग्य को बढ़ाने के लिए महिला को सुहाग के प्रतीक जैसे सिंदूर, चूड़ियां, पायल, बिछिया, मंगलसूत्र आदि पहनाए जाते हैं।
सरल शब्दों में कहें तो सुहागन बनने के बाद महिला की शादी की पहली रात को सुहागरात कहा जाता है।