भारत के इस गांव में मां बनने आती हैं विदेशी महिलाएं
भारत के लद्दाख में कारगिल से 70 किलोमीटर एक आर्यन वैली नाम का गांव हैं
इस गांव में ब्रोकोपा जनजाति के लोग रहते हैं।
ये कहानी अलेग्जेंडर द ग्रेट के हारने के समय की हैं।
कहा जाता हैं की जब वह वापस लौट रहे था तो कुछ लोग सिंधु घाटी में ही रह गए थे।
जो मंगोल और तिब्बती लोगों जैसे नहीं लगते, इनकी हाइट लंबी, और जबड़े उठे हुए होते हैं।
कहा जाता हैं की आज भी यहां दो हजार से अधिक शुद्ध आर्यन जिंदा हैं।
जर्मनी,यूरोप समेत कई देशों से महिलाएं यहां आती हैं, जिससे वह शुद्ध आर्य बीज ग्रहण कर सकें
जर्मनी, समेत यूरोप के अन्य देशों से महिलाएं यहां आती रही हैं। वो यहां इसी वजह से आती हैं जिससे शुद्ध आर्य बीज ग्रहण कर सकें
इसी वजह से इसे प्रेग्नेंसी टूरिज्म का नाम दिया गया।
यूरोपियन महिलाएं यहां पर पैसों में शुद्ध आर्य बीज ग्रहण करती हैं।