आइसक्रीम से लेकर चॉकलेट तक पेट्रोलियम से बनती हैं ये 5 चीजें
चॉकलेट
चॉकलेट की कोटिंग में पैराफिन मोम का इस्तेमाल किया जाता है, जो पेट्रेलियम, कोयला या शेल तेल से बना होता है. जब इसे चॉकलेट में मिलाया जाता है, तो यह सख्त होने पर चमक पैदा करता है. यही हाई टेंपरेचर में भी चॉकलेट को ठोस बनाए रखता है।
टूथपेस्ट
टूथपेस्ट में पॉलीइथिलीन ग्लाइकॉल मिलाया जाता है. पेट्रोल से निकली इस चीज में स्वादिष्ट बनाने, बैक्टीरिया को रोकने जैसे गुण शामिल होते हैं. कई कंपनियां टूथपेस्ट को पानी में घुलने लायक बनाने के लिए पोलोक्सामर 407 भी मिलाती हैं. यह भी पेट्रोलियम से निकाला जाता है. साथ ही इसमें सोडियम सैकरीन मिलाया जाता है, जो पेट्रोलियम पदार्थों से बना है.
परफ्यूम
परफ्यूम हम रोज लगाते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि उसमें सुगंध के लिए प्राकृतिक तेलों की बजाय पेट्रोलियम उत्पादों से निकाली गई गंध मिलाई जाती है. जैसे आइसो ई सुपर एक वुडी, एम्बर जैसी सुगंध देता है. जबकि हेडियोन चमेली की खुशबू प्रदान करता है. गैलेक्सोलाइड लंबे समय तक सुगंध को बनाए रखने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
आइसक्रीम
आइसक्रीम हम रोज खूब मन से खाते हैं. लेकिन आप जानकर हैरान होंगे कि जिस चीज से इसका स्वाद आता है, उसे पेट्रोलियम पदार्थों से तैयार किया जाता है. चाहे वनीला हो, बादाम या भी फिर नींबू फ्लेवर. इसमें कुछ भी प्राकृतिक नहीं होता. जैसे बेंजाल्डिहाइड बादाम का स्वाद देता है और वैनिलिन वेनिला का स्वाद. दोनों ही पेट्रोलियम से निकाले जाते हैं।
शेविंग क्रीम
शेविंग क्रीम में आइसोपेंटेन नामक ऑयल मिलाया जाता, यह कच्चे तेल से निकाला जाता है. आइसोपेंटेन सीबम डालते हैं, ताकि स्किन तैलीय न बनने पाए. यह बालों को खड़ा कर देता है, जिससे शेव करना काफी आसान हो जाता है. इनके अलावा शेविंग उत्पादों में अक्सर पॉलीइथिलीन ग्लाइकॉल का उपयोग किया जाता है. ये खुशबू देते हैं और घर्षण या जलन को कम करते हैं.