Apr 22, 2022
India News Editor
जब, बगैर किसी वजह के,
ख़ुशी महसूस करो तो,
यकीं कर लो की,
कोई न कोई, कंही न कंही,
तुम्हारे लिए दुआ कर रहा है।
सुप्रभात!
एक ताज़गी, एक एहसास,
एक खूबसूरती, एक आस,
एक आस्था, एक विश्वास,
यही है एक अच्छे दिन की शुरुआत।
सुप्रभात!
रिश्ते बनाना इतना आसान है जैसे - मिट्टी पर मिट्टी से मिट्टी लिखना,
लेकिन रिश्ते निभाना उतना ही मुश्किल है जैसे - पानी पर पानी से पानी लिखना।
शुभ प्रभात!
जो दुसरो को अपनी दुआओ में जगह देते है,
खुशियाँ सबसे पहले उनके दरवाजे पर ही दस्तक देती है।
शुभ प्रभात!
ये भी देखें
ये आदतें कम कर सकती है आपकी वेल्यू
छू भी नहीं पाएगा HMP वायरस अगर डाइट में एड कर ली ये 6 चीजें
दिल्ली में इतनी है वोटर्स की संख्या
कौन करने जा रहा है कंगाल पाकिस्तान पर करोड़ों की बारिश?