महंगे सैलून में जाकर कई लोग अपने बालों पर केमिकल प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने के पैसे देते हैं। बालों को ब्लीच करते हैं और फिर अपने पसंदीदा रंग से रंग देते हैं।
यह कुछ दिन तक तो अच्छा लगता है। लेकिन, जैसे -जैसे दिन बीतते हैं, बालों का रंग उतर जाता है और बचते हैं तो सिर्फ बेरंग, ड्राई और बेजान बाल।
बालों पर सीधे केमिकल प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करके हाइलाइट कराना हमारे बालों की हेल्थ के लिए अच्छा नहीं है। जानें हाइलाइट्स से होने वाले कुछ साइड इफेक्ट्स।
बालों की कमजोरी हाइलाइटिंग प्रोसेस में इस्तेमाल किए जाने वाले केमिकल्स बालों को कमजोर कर सकते हैं, जिससे बाल झड़ सकते हैं। लगातार बाल झड़ने से आप गंजेपन का शिकार हो सकते हैं।
बालों में ड्राईनेस बालों को हाइलाइट करने के प्रोसेस के दौरान केमिकल्स बालों को सूखा सकते हैं, जिससे उनकी नमी कम हो सकती है और बाल रूखे और बेजान लग सकते हैं।
एलर्जी कई बार हाइलाइटिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पदार्थों से त्वचा या स्कैल्प पर एलर्जी हो सकती है। आपको स्कैल्प में खुजली जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
हानिकारक केमिकल्स कुछ हाइलाइटिंग प्रोसेस में इस्तेमाल किए जाने वाले केमिकल्स हानिकारक हो सकते हैं। विशेष रूप से उन लोगों के लिए, जिनके स्कैल्प पर चोट होती है। यह आपके घाव को बढ़ा सकते हैं। घाव पर इंफेक्शन होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
गलत रंग हो जाना कई बार बालों पर वैसा रंग नहीं हो पाता है, जैसी उम्मीद होती है। ऐसे में आपका पैसा और समय दोनों की बर्बादी होती है।