होली को भारत के बड़े और लोकप्रिय त्योहारों में गिना जाता है। देश ही नहीं, विदेश में भी कई जगहों पर इसकी धूम देखने को मिलती है।
आपको जानकर हैरानी होगी, कि हमारे देश में ही कई जगहें ऐसी हैं, जहां नाच-गाना तो छोड़िए, आपके लिए रंग या गुलाल ढूंढना भी मुश्किल हो जाएगा।
रामसन गांव, गुजरात गुजरात के बनासकांठा जिले में एक ऐसा गांव है, जहां लोग करीब 200 सालों से होली नहीं मना रहें हैं। यहां रामसन गांव को कुछ संतों का श्राप मिला हुआ है, जिसके चलते यहां लोग होली का कोई जश्न नही मनाते हैं।
दुर्गापुर, झारखंड झारखंड के दुर्गापुर गांव में लगभग 200 साल से होली का त्योहार नहीं मनाते। मान्यता है कि यहां इसी दिन राजा के बेटे की मौत हो गई थी, जिसके बाद होली पर पाबंदी लगा दी। इस गांव के कई लोग होली मनाने के लिए पड़ोस के गांव में जाते हैं।
तमिलनाडु, दक्षिण भारत दक्षिण भारत के तमिलनाडु राज्य में भी आपको होली देखने के लिए नहीं मिलेगी। इस दिन यहां लोग मासी मागम मनाते हैं, जो कि एक स्थानीय पर्व है। होली का जश्न यहां भी फीका ही रहता है।
रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के तीन गांव, क्विली, कुरझन और जौदला में भी होली नहीं मनाई जाती है। मान्यता है कि यहां की देवी त्रिपुर सुंदरी को शोर-शराबा पसंद नहीं है। यह देवी तीनों गावों की रक्षा करती हैं।