सीरिया में विद्रोहियों ने असद सरकार को सत्ता से बेदखल कर पुरे देश पर कब्ज़ा कर लिया।
आज के दौर में सीरिया को इस्लाम का केंद्र माना जाता है, लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि सीरिया कभी ईसाइयों का गढ़ हुआ करता था?
अब सवाल यह है कि सीरिया में इतना बड़ा बदलाव कैसे आया? आखिर इस बदलाव के पीछे की कहानी क्या है?
सीरिया में यह बदलाव करीब 1400 साल पहले शुरू हुआ था। जब इस्लाम ने 634 ई. में प्रवेश किया।
उस समय खलीफा हजरत अबू बकर और हजरत खालिद बिन वालिद के नेतृत्व में अरब मुसलमानों ने सीरिया पर विजय प्राप्त की।
उमय्यद खलीफाओं ने दमिश्क को अपनी राजधानी बनाया। साथ ही उमय्यद शासकों ने अब्द अल मलिक पैलेस और उमय्यद मस्जिद जैसी कई इमारतें बनवाईं।
750 ई. में अब्बासी खलीफाओं ने सीरिया में शासन स्थापित किया था। अब्बासी खलीफाओं ने राजधानी को दमिश्क से बगदाद स्थानांतरित किया।
सन 1260 तक सीरिया अब्बासी खलीफाओं के अधीन रहा। सीरिया में सुन्नी मुस्लिम के अलावा सीरिया में शिया समूह, ड्रूज़ और ईसाई अल्पसंख्यक हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि इस्लाम का गढ़ बनने से पहले सीरिया को ईसाइयों का गढ़ माना जाता था, लेकिन आज सीरिया का परिदृश्य पूरी तरह बदल चुका है।