खूंखार आतंकी कैसे बना सीधे साधे हेडमास्टर का बेटा? भारत का है सबसे बड़ा दुश्मन
Akriti Pandey
अंतरराष्ट्रीय आतंकी मे से एक है, मौलाना मसूद अजहर जिसने भारत में पुलवामा समेत कई आतंकी हमलों को अंजाम दिया है।
आपको बता दे, मसूद अजहर एक ऐसा आतंकी है,जिसने भारत ही नहीं, बल्कि अमेरिका और दूसरे पश्चिमी देशों में भी आतंकी हमले कर चुका हैं।
अजहर के पिता का नाम अल्लाह बख्श शब्बीर था जो एक सरकारी स्कूल के हेडमास्टर थे।
आइए जानते है कि एक हेडमास्टरर का बेटा इतना बाद आतंकी कैसे बन गया।
इस आतंकी ने कराची के बनुरी नगर में जामिया उलूम उल इस्लामिया से अपनी शिक्षा प्राप्त की।और वो वहीं से हरकत-उल-अंसार नाम के संगठन के संपर्क में आया था।
बात है 24 दिसंबर 1999 के शाम 5:30 बजे की जब इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट IC 814 ने नेपाल के काठमांडू स्थित त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए उड़ान भरने के थोड़े देर बाद ही पांच पाकिस्तानी आतंकवादियों ने प्लेक को हाईजैक कर लिया।
आपको बता दे कि विमान में कुल 178 यात्री सवार थे,और आतंकवादी लाहौर और दुबई होते हुए अफगानिस्तान के कंधार शहर पहुंच गए थे। उन्होंने यात्रियों की रिहाई के बदले भारतीय जेलों में बंद 35 आतंकवादियों की रिहाई के साथ ही साथ 200 मिलियन अमेरिकी डॉलर की मांग भी की थी।
6 दिनों तक भारत सरकार से बातचीत के बाद भारतीय जेलों में बंद तीननआतंकवादियों को रिहा कर दिया गया।
इन आतंकवादी ने से एक मौलाना मसूद अजहर था और अहमद उमर सईद शेख और मुश्ताक अहमद जरगर भी थे।