हिंदू धर्म में रुद्राक्ष को बेहद पवित्र माना गया है, क्योंकि इसका संबंध भगवान शिव से होता है
शिवपुराण के मुताबिक, भगवान शिव के आंसुओं से रुद्राक्ष की उत्पत्ति हुई है. यही वजह है कि कई लोग रुद्राक्ष पहनते हैं
लेकिन ज्यादातर लोग नहीं पता होता है कि, जो रुद्राक्ष उन्होंने पहना है, वो असली है या फिर नकली है. आइये जानते हैं कैसे करें पता
पहला तरीका- असली रुद्राक्ष की पहचान करने के लिए उसे पानी में डालकर देखे
अगर रुद्राक्ष पानी में डूब गया, तो वो असली है और नहीं डूबा और तैरने लगा, तो समझें वो रुद्राक्ष नकली है.
क्योंकि असली रुद्राक्ष का वजन ज्यादा होता है इसलिए वो पानी में डूब जाता है और तैरता नहीं है.
दूसरा तरीका- रुद्राक्ष को बारीकी से देखकर भी उसकी पहचान करी जा सकती है. असली रुद्राक्षका छिद्र प्राकृतिक होती है और सतह खुरदरी होती है.
नकली रुद्राक्ष में छेद कृत्रिम रूप से बनाए जाते हैं और उसकी सतह भी चिकनी होती है, जो साफ दिखाई देता है.
तीसरा तरीका - रुद्राक्ष को कुछ घंटों के लिए पानी में उबालें, अगर रंग न निकले या उस पर कोई असर न हो तो वह असली होगा.