आचार्य चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति को सिर्फ किताबों से ही नहीं बल्कि पशु-पक्षियों से भी कई गुण सीखने चाहिए।
अगर आप भी कामयाब होना चाहते हैं तो आपको जंगल के राजा शेर का गुण अपनाना चाहिए।
अगर आप जंगल के राजा शेर का यह गुण अपने अंदर ले लेंगे तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि शेर में एक बहुत ही खास गुण होता है।
वह गुण है अपने लक्ष्य के प्रति केंद्रित रहना। शेर अपने लक्ष्य के प्रति केंद्रित रहता है। जब तक वो उसे प्राप्त नहीं कर लेता, वो चैन से नहीं बैठता।
इसके द्वारा चाणक्य का मतलब है कि व्यक्ति को भी अपने लक्ष्य के प्रति केंद्रित रहना चाहिए। उसे पूरी तरह से फोकस करना चाहिए।
जब आप किसी भी चीज पर पूरी तरह से फोकस करते हैं तो आपको सफलता मिलना तय है। आपकी किस्मत अपने आप बदल जाएगी।