A view of the sea

अगर इस बेला में कर ली भगवान की पूजा तो, इतनी बरसेगी कृपा कि यकीन करना हो जाएगा मुश्किल

हर व्यक्ति अपनी आस्था के अनुसार और अपने तरीके से भगवान की पूजा करता है।

इसके साथ ही पूजा-पाठ को भगवान तक अपनी प्रार्थना पहुंचाने का भी एक अच्छा माध्यम माना जाता है।

आज हम आपको बताएंगे कि किस बेला में भगवान की पूजा करनी चाहिए और इससे क्या होता है।

 शास्त्रों में सूर्योदय का समय पूजा-पाठ के लिए सबसे अच्छा माना गया है। 

यह वह समय होता है जब व्यक्ति का शरीर और मन दोनों ही अपने शुद्धतम स्तर पर होते हैं। 

सूर्योदय के साथ ही शाम का समय जिसे गोधूलि बेला भी कहते हैं, भी भगवान की पूजा के लिए बहुत खास माना जाता है।

वेदों के अनुसार इस समय को बहुत पवित्र माना जाता है, अगर आप इस समय पूजा करते हैं तो इससे आपको बहुत लाभ भी मिल सकता है।  

शास्त्रों में इस बात का भी उल्लेख है कि दोपहर के समय कभी भी भगवान की पूजा नहीं करनी चाहिए, क्योंकि यह समय अभिजीत मुहूर्त होता है।  

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