हर साल शादीशुदा महिलाएं सावन के 5 दिन निरवस्त्र रहती हैं। ,दियों से ये प्रथा चली आ रही है। इन पांच दिनों में पीणी गांव में बाहरी शख्स के आने पर मनाही होती है।
गांव वालों की मानें तो अगर कोई महिला इस प्रथा का पालन नहीं करती है तो उसे कोई अशुभ समाचार सुनने को मिलता है। इसीलिए इस परंपरा का गांव वाले सख्ती से पालन करते हैं।
इन 5 दिनों में पति-पत्नी आपस में बात नहीं करते हैं। इतना ही नहीं पति-पत्नी एक-दूसरे को देख कर मुस्कुरा भी नहीं सकते हैं।
पुरुषों को इन 5 दिनों में शराब पीने की मनाही होती है। मांस के सेवन पर भी पाबंदी होती है।