A view of the sea

भारतीयों की बल्ले बल्ले! ट्रेन-प्लेन हुआ पुराना,देश में आया नया ट्रैवल सिस्टम, देखिए 2050 का नजारा

 केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आईआईटी मद्रास के हाइपरलूप टेस्टिंग फैकल्टी सेंटर का दौरा किया है।

दौरे के दौरान उन्होंने कहा कि 410 मीटर लंबी हाइपरलूप ट्यूब जल्द ही दुनिया की सबसे लंबी हाई-स्पीड ट्यूब बन जाएगी। 

उन्होंने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि यह एशिया की सबसे लंबी हाइपरलूप ट्यूब है और जल्द ही विश्व रिकॉर्ड बनाएगी। 

यह हाई-स्पीड ट्रेन वैक्यूम में चलती है और इसे पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से तैयार किया गया है।

हाइपरलूप के लिए जरूरी इलेक्ट्रॉनिक तकनीक चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) में तैयार की जाएगी।

 यह वही संस्थान है, जिसने वंदे भारत हाई-स्पीड ट्रेनों के लिए भी इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम विकसित किया है।

हाइपरलूप ट्यूब एक नई परिवहन प्रणाली है, जिसमें कम दबाव वाली ट्यूब के अंदर पॉड्स (कैप्सूल जैसे वाहन) को तेज गति से चलाया जाता है।

यह तकनीक पारंपरिक रेल और हवाई यात्रा से भी ज्यादा तेज रफ्तार देने में सक्षम हो सकती है और इसकी रफ्तार 1000 से 1200 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है।

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