इस देश में लोग क्यों कब्र से निकालकर सजाते हैं शव को?
इंडोनेशिया के ताना तोराजा (Tana Toraja) इलाके में एक ऐसा अनोखा और अद्भुत सांस्कृतिक आयोजन होता है, जिसे देखकर किसी का भी मन हक्का-बक्का रह सकता है.
यहां की तोराजा जनजाति सदियों से एक विशेष परंपरा निभाती आ रही है, जिसे “मानेने समारोह (Ma’nene Festival)” कहा जाता है.
इस परंपरा में लोग अपने मृत पूर्वजों से मिलते हैं, उनके शवों को सजाते हैं और उनके साथ एक अद्भुत तरह का सम्मान व्यक्त करते हैं.
यह परंपरा हर कुछ वर्षों में आयोजित की जाती है, आमतौर पर हर तीन साल में. इस दौरान परिवार अपने पूर्वजों की कब्रें खोलते हैं और उनके शवों को बाहर निकालते हैं.
इसके बाद शवों की सफाई की जाती है, उन्हें साफ कपड़े पहनाए जाते हैं, बाल संवारे जाते हैं और कभी-कभी हल्का मेकअप भी किया जाता है.
शवों को सजाने के बाद, परिवार और समुदाय के लोग उन्हें पूरे गांव में घुमाते हैं, उनके साथ फोटो खींचते हैं और आशीर्वाद लेते हैं.
यह एक भावनात्मक और सांस्कृतिक प्रक्रिया होती है, जिसमें मृतक को एक जीवित सदस्य की तरह देखा जाता है.
समारोह के अंत में, शवों को सम्मानपूर्वक फिर से कब्र में रखा जाता है.
मानेने समारोह केवल एक धार्मिक या पारंपरिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह तोराजा समाज में परिवार और समुदाय के बीच एकजुटता का प्रतीक है.