मान्यता है कि लक्ष्मण जी के मूर्छित होने पर हनुमान जी जब संजीवनी बूटी लेने हिमालय जा रहे थे तो उन्होंने इस हिल स्टेशन की पहाड़ी पर अपना दाया पांव टिकाया था।
1841 में यहां ब्रिटिश अधिकारी हेनरी लॉरेंस की बच्ची का मलेरिया से निधन हो गया था जिसे यहीं दफनाया गया।
यहां हेनरी ने अपनी बच्ची की याद में एक झोपड़ी बनाई थी जिसका नाम ’सनीसाइड’ रखा गया। धीरे-धीरे यह हिल स्टेशन के तौर पर विकसित हो गई।
यहां सालभर फूल खिलने का कारण इस कसौली कहा गया।
इस हिल स्टेशन का नाम कसौली है। यह हिल स्टेशन हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में है।
दिल्ली से इस हिल स्टेशन की दूरी 300 किलोमीटर है। जिसे आप सात या आठ घंटे में तय कर सकते हैं।