जान लें फैटी लिवर के क्या है लक्षण, समय के साथ बिमारी ले सकती है जान
हर साल की तरह इस साल भी 19 अप्रैल को वर्ल्ड लिवर डे मनाया जाने वाला है। ऐसे में लिवर को लेकर सभी को जागरूक होना अति आवश्यक हो जाता है।
बता दें कि फैटी लिवर एक ऐसी स्थिति है। जिसमें लीवर में वसा जम जाता है। यह शराब के सेवन से भी होता है। जिसे एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज कहा जाता है। इसके अलावा वजन बढ़ने की वजह से भी यह बीमारी होती है। जिसे नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज कहा जाता है।
पेट में दर्द
फैटी लीवर होने पर पेट में दर्द महसूस होने लगता है। ऐसा महसूस होता है कि पेट भरा है या फिर पेट के ऊपर कुछ बाधा है। दर्द आमतौर पर पेट के ऊपरी हिस्से में होता है। ऐसी स्थिति में लगातार हल्का दर्द बना रहता है लेकिन कई बार इसका दर्द काफी ज्यादा बढ़ जाता है और मरीज के पेट पर सूजन आ जाती हैं।
मितली
उल्टी, मितली जैसा महसूस होना लीवर की बीमारी के लक्षण है। मरीज को लगातार पेट में दर्द होता है। जिस वजह से उसे उल्टी जैसा महसूस भी होता है। कई बार उनकी भूख भी मिट जाती है और शरीर में जरूरत से ज्यादा कमजोरी और थकावट महसूस होने लगती हैं।
भूख ना लगना
फैटी लीवर का एक और लक्षण यह भी है कि शरीर में भूख नहीं लगती, जो कई और बीमारियों में भी देखी जाती है। भूख ना लगने से मरीज लगातार कमजोर हो रहा जाता है। जिससे उसके वजन में तेजी से गिरावट आती है और शरीर में जरूरत से ज्यादा थकावट हो जाती है। अचानक से थकान लगने और भूख ना लगने की लक्षणों को कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
क्या है पेट लीवर के अंदर संकेत
सोचने में दिक्कत या फिर हमेशा कंफ्यूज रहना, आसानी से चोट लग जाना और खून बहने लगना, त्वचा का पीला पड़ जाना।
फैटी लीवर के जोखिम में कौन
मोटापे से पीड़ित, जो लोग टाइप 2 डायबिटीज को झेल रहे हैं, जिनके शरीर में थायराइड की दिक्कत है, जो लोग हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत रखते हैं, हाई कोलेस्ट्रॉल से जुझने वाले लोग, स्मोकिंग और शराब के सेवन की आदत से परेशान, 50 साल की उम्र के बाद जोखिम बढ़ता है।
फैटी लिवर बीमारी को कैसे करें मैनेज
फैटी लीवर बीमारी से बचने के लिए आप एक हेल्दी लाइफ़स्टाइल को फॉलो कर सकते हैं। फैटी लीवर से बचने के लिए जरूरी है कि शरीर के अंदर वजन और कोलेस्ट्रॉल का लेवल ना बड़े, ऐसे में मौसमी सब्जियों फलों का अपने डाइट में रुझान कर, इसके साथ ही प्रोसैस्ड फूड से भी दूर रहना जरूरी है, वही फिट रहने के लिए रोजाना कम से कम 150 मिनट का वॉकआउट जरूर करें, इसके साथ ही सिगरेट और शराब से दूर रहे, बता दे कि फैटी लीवर के लक्षणों को नजरअंदाज करना सही नहीं हो सकता। इस बीमारी में आम लक्षण ही देखने को मिलते हैं और नजरअंदाज करने वाले लोगों को इसका भुगतान बाद में करना पड़ता हैं।