लोग कहते हैं अपनों के आगे झुक जाना चाहिए किंतु सच बात तो यह है जो अपने होते हैं वह कभी झुकने नहीं देते।
छू गया जब कभी ख्याल कृष्ण का, दिल मेरा देर तक धड़कता रहा कल कृष्ण का जिक्र छिड़ गया घर में, और घर देर तक महकता रहा।
संसार के संयोग में जो सुख प्रतीत होता है उसमें दुख भी मिला रहता है परंतु संसार के वियोग से सुख-दुख से अखंड आनंद प्राप्त होता है।
चिंतन हो सदा इस मन में तेरा चरणों में तेरे मेरा ध्यान रहे चाहे दुःख में रहूँ, चाहे सुख में रहू, होठो पे सदा तेरा नाम रहे।