खुशी का सही अर्थ गौतम बुद्ध से जानें 

ख़ुशी का रहस्य वह करने में नहीं है जो किसी को पसंद है, बल्कि इसमें है कि वह जो करता है उसे पसंद करता है।

"खुशी इस बात पर निर्भर नहीं करती कि आपके पास क्या है या आप कौन हैं। यह पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करती है कि आप क्या सोचते हैं।"

"ख़ुशी बाहरी परिस्थितियों पर निर्भर नहीं करती; यह हमारे मानसिक दृष्टिकोण से संचालित होती है।"

"एक मोमबत्ती से हजारों मोमबत्तियाँ जलाई जा सकती हैं, और मोमबत्ती का जीवन छोटा नहीं होगा। खुशियाँ बांटने से कभी कम नहीं होतीं।"

                 "दुख की जड़ मोह है।"

"शांति भीतर से आती है। इसे बाहर मत खोजो।"

"खुशी का मतलब बहुत कुछ होना नहीं है। खुशी का मतलब बहुत कुछ देना है।"

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