17 देशों में मारबर्ग वायरस का प्रकोप तेजी से फैल रहा है।
यह जानलेवा बीमारी न सिर्फ तेजी से फैल रही है, बल्कि कई देशों में यात्रियों के लिए खतरे की घंटी भी बजा चुकी है।
अफ्रीकी देश रवांडा में 'मारबर्ग वायरस' ने 15 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है।
यह वायरस रक्तस्रावी बुखार का कारण बनता है, जिसमें शरीर के अंदरूनी अंग और रक्त वाहिकाएं प्रभावित होती हैं।
इसके लक्षणों में आंख, कान और मुंह से खून आना, बुखार और थकान शामिल हैं।
इसके संक्रमण से पीड़ित लोग 'भूत-प्रेत' जैसे दिखने लगते हैं। मारबर्ग वायरस के लिए अभी तक कोई टीका उपलब्ध नहीं है।
यह संक्रमित व्यक्तियों, दूषित वस्तुओं और संक्रमित जंगली जानवरों के शरीर के तरल पदार्थ के संपर्क में आने से फैलता है।