MLA Salary: विधायकों की सैलरी और सुविधा जान रह जाएंगे हैरान

किसी भी राज्य में मुख्यमंत्री सबसे पावरफुल होता है, लेकिन सैलरी और अन्य सुविधाओं के मामले में विधायक भी उससे पीछे नहीं रहते हैं

विधायकों को हर महीने एक निश्चित वेतन मिलता है. हालांकि हर राज्य के विधायक का वेतन अलग-अलग होता है

तेलंगाना की बात करें तो यहां के विधायक देश में सबसे अधिक वेतन पाते हैं. यहां एक एमएलए की सैलरी वैसे तो महज 20 हजार रुपये ही है ।लेकिन निर्वाचन भत्ते के तौर पर यहां के एक विधायक को करीब 2,30,000 रुपये मिलते हैं

मध्य प्रदेश विधायकों की सैलरी के मामले में दूसरे नंबर पर है. यहां विधायकों का मासिक वेतन करीब 2.10 लाख रुपये है. यहां के विधायक की सैलरी 30 हजार रुपये है, जबकि निर्वाचन क्षेत्र भत्ता 35 हजार रुपये है इसके अलावा अन्य भत्तों में चिकित्सा, कंप्यूटर ऑपरेटर व यात्रा भत्ता भी शामिल है. इस तरह यहां के एक विधायक को महीने में कुल 2.10 लाख रुपये सैलरी मिलती है.

छत्तीसगढ़ में विधायक की बेसिक सैलरी 20 हजार रुपये महीने है. इसके साथ ही निर्वाचन क्षेत्र भत्ता, टेलीफोन भत्ता, अर्दली भत्ता, दैनिक भत्ता और चिकित्सकीय भत्ते मिलाकर उसे महीने के कुल 1.10 लाख रुपये तक मिलते हैं

राजस्थान में विधायक की सैलरी हर महीने करीब 1.25 लाख रुपये है. इसमें उसे 40 हजार रुपये बेसिक सैलरी मिलती है. इसके अलावा अन्य भत्तों में निर्वाचन क्षेत्रभत्ता ,दैनिक भत्ता, टेलिफोन भत्ता, रेल और सड़क यातायात में सुविधाएं, चिकित्सा सुविधाएं भी शामिल हैं

सबसे कम सैलरी की बात करें तो, त्रिपुरा के विधायकों को महीने में सिर्फ 34 हजार रुपये ही मिलते हैं.

एक विधायक को सैलरी के अलावा कई तरह के भत्ते और सुविधाएं मिलती हैं. विधायक को अपने विधानसभा क्षेत्र में लोककल्याण कार्यों पर खर्च करने के लिए अलग से एमएलए फंड मिलता है

विधायक को अपने राज्य की राजधानी में रहने के लिए आवास, दैनिक भत्ता, यात्रा भत्ता, रेल और राज्य सरकारी बस की यात्रा में विशेष सुविधा और प्राथमिकता, वाहन भत्ता आदि मिलता है. इसके अलावा उसे निजी सचिव या उसका खर्च व मेडिकल फैसिलिटी भी मिलती है.