पूजा कक्ष सही दिशा में होना चाहिए, अगर पूजा कक्ष सही दिशा में नहीं है तो इसका लाभ नहीं मिलेगा।
पूजा कक्ष हमेशा घर की उत्तर दिशा में होना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण या पश्चिम दिशा अशुभ होती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार पूजा कक्ष में कभी भी टूटी हुई मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए। इसे अशुभ बताया गया है।
अगर आप मंदिर में स्थापित टूटी हुई मूर्तियों की पूजा करते हैं तो देवता नाराज हो जाते हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार पूजा कक्ष कभी भी आपके स्टोर रूम, बेडरूम और बेसमेंट में नहीं होना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में पूजा कक्ष हमेशा खुली जगह में बनाना सही बताया गया है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के पूजा स्थल में कभी भी एक भगवान की एक से अधिक तस्वीरें नहीं रखनी चाहिए।
मंदिर में कभी भी भगवान गणेश की 3 मूर्तियां नहीं होनी चाहिए। ऐसा होने पर शुभ कार्यों में बाधाएं आती हैं।