देश में नागा साधुओं की परंपरा सैकड़ों सालों से चली आ रही है। वहीं महिला नागा साधू बनने की मंजूरी पिछले कुछ दशकों से दी गई है।
नागा साधु बनने से पहले महिला 6 से 12 साल की अवधि तक ब्रह्मचर्य का पालन करती है।