धरती पर न्यूक्लियर हमला होता है, तो वो कौन से देश होंगे, जहां रहकर इंसान की जान बचने की संभावना ज्यादा हो सकती है।
धरती पर मौजूद उन 2 देशों के बारे में जाने, जहां पर रहकर न्यूक्लियर हमले से बचा जा सकता है।
न्यूक्लियर हमला हो, तो 72 घंटे के अंदर 500 करोड़ लोग मर जाएंगे। बचे हुए 300 करोड़ लोगों को कई प्रकार की मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा।
3 महाद्वीपों से लगी आग की वजह से जो धुआं उठेगा, जिसकी वजह से छोटा हिम युग का दौर शुरू हो जाएगा।
इस वजह से बचे हुए लोग खाना नहीं पैदा कर पाएंगे। धरती का अधिकतर हिस्सा, खासकर बीच वाला भाग पूरी तरह बर्फ की मोटी चादर से ढक जाएगा।
आइओवा और यूक्रेन जैसी जगहें 10 सालों तक बर्फ से ढक जाएंगी। न्यूक्लियर विंटर का असर इतना बुरा होगा कि फसलें पूरी तरह नष्ट हो जाएंगी और दोबारा नहीं उग पाएंगी।
इसकी वजह से लोग मर जाएंगे। रेडिएशन पॉइजनिंग भी होने लगेंगी क्योंकि ओजोन लेयर भी नष्ट हो जाएगी, इस कारण लोगों को धरती के नीचे ही रहकर खुद को धूप ते बचाना होगा।
इसकी वजह से लोग मर जाएंगे। रेडिएशन पॉइजनिंग भी होने लगेंगी क्योंकि ओजोन लेयर भी नष्ट हो जाएगी, इस कारण लोगों को धरती के नीचे ही रहकर खुद को धूप ते बचाना होगा।
अमेरिका और धरती के कुछ अन्य देशों में अरबपति लोग अपने छुपने के लिए न्यूक्लियर बंकरों का निर्माण कर रहे हैं। पर वो भी तब तक ही कारगर होंगे, जब तक उनको ऊर्जा की आपूर्ति हो रही होगी।