महाभारत के युद्ध में गुरु परशुराम के तीन शिष्यों ने अधर्म के पक्ष में लड़ाई लड़ी थी
दुर्योधन दुराचारी और पापी था लेकिन फिर भी इन तीन शिष्यों को धर्मयुद्ध में अधर्म के लिए लड़ना पड़ा
परशुराम के तीनों शिष्य पितामाह भीष्म, गुरु द्रोणाचार्य और अंगराज कर्ण है, जो विवशता में फंसे थे
लेकिन कलयुग में जो धर्मयुद्ध होगा, तब परशुराम के ही एक शिष्य धर्म की स्थापना के लिए युद्ध लड़ेंगे
हिंदू धर्मग्रंथों के मुताबित, परशुराम अपने महानतम शिष्य के अवतार लेने का इंतेजार कर रहे है
यह शिष्य भगवान विष्णु के 10वें अवतार कल्कि होंगे, जो अपनी शिक्षा-दीक्षा अपने गुरु परशुराम से लेंगे
बता दे की जब कलयुग में पाप अपने चरम पर होगा, तब भगवान विष्णु कल्कि अवतार में जन्म लेंगे
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