अगर आपको किताबें पढ़ने का शौक है, तो उन्हें खरीदने के बाद सबसे पहले आपको उन्हें सूंघना चाहिए।
कई लोगों को पुरानी किताबों की खुशबू पसंद होती है, तो कई लोगों को नई किताबों की खुशबू पसंद होती है।
पुरानी किताबों से आने वाली खुशबू कई रासायनिक यौगिकों के टूटने से आती है।
नई किताबों से खुशबू इसलिए आती है, क्योंकि उन्हें बनाने में कई रसायनों का इस्तेमाल होता है।
कागज़ में थोड़ी मात्रा में सेल्यूलोज़ और लिग्निन होता है।
पतले कागज़ में लिग्निन कम होता है, जबकि अख़बार जैसे सस्ते और मोटे कागज़ में लिग्निन ज़्यादा होता है।
ज़्यादा लिग्निन की वजह से अख़बारों का रंग समय के साथ पीला पड़ने लगता है।
बेंज़लडिहाइड, वैनिलीन, एथिल हेक्सानॉल, टोल्यूनि और एथिल बेंजीन जैसे रसायनों की वजह से पुराने कागज़ से खुशबू आती है।