दिन ढलते ही इस नदी के पास जाने से भी कांप उठते है लोग...आखिर क्या है इस खूनी नदी का राज?

आज हम जिस नदी की बात कर रहे हैं, उसे खूनी नदी कहते हैं. दरअसल, इस नदी के पानी का रंग एक दम खून की तरह लाल है.

ये खूनी नदी पेरू के कुस्को शहर में बहती है. इस नदी के पानी को देख कर लगता है जैसे किसी ने नदी में ढेर सारा खून बहा दिया है

कहा जाता है कि इस नदी का रंग इसलिए लाल होता है क्योंकि इसमें कई तरह के खनिज तत्व मौजूद हैं और इसी खनिज की वजह है इसके पानी का रंग लाल होता है. 

इन खनिजों में लाल रंग के लिए जिम्मेदार है आयरन ऑक्साइड. इसी खनिज की वजह से नदी का पूरा पानी लाल होता है. स्थानीय लोग इस नदी को पुकामायु कहते हैं.

जब विज्ञान इतना आगे नहीं था और लोगों को इस नदी के पानी का रंग लाल होने के पीछे की वैज्ञानिक वजह नहीं पता थी, तो लोग इस नदी से डरते थे. 

लोकल लोग इस नदी को शैतान की नदी कहते थे. यहां तक कि सूरज ढलने के बाद इस नदी के आस पास जाने में भी लोग डरते थे. 

हालांकि, जब से विज्ञान ने इसके रंग को लेकर खुलासा किया है, लोगों का भ्रम टूट गया है और अब लोगों के मन से इस नदी को लेकर डर खत्म होने लगा है. लेकिन अगर आप टूरिस्ट हैं और यहां घूमने जा रहे हैं तो सूरज ढलने के बाद आप यहां अकेले नहीं रुक सकते.

सोशल मीडिया पर कई लोग दावा करते हैं कि उन्हें इसके किनारे एक अजीब सा डर लगता है.