A view of the sea

PM Modi के जिगरी दोस्त ने दिया सबसे बड़ा धोखा, 2 भारतीयों के साथ ये क्या हुआ?

यूक्रेन में रूस के युद्ध की तीसरी वर्षगांठ अब नजदीक आ रही है,जिसका उत्तर प्रदेश के दो जिलों से असंभावित संबंध है।

आपको बता दे कि,पिछले साल आजमगढ़ और मऊ जिलों के एक दर्जन युवक अपने परिवार के लिए बेहतर जिंदगी की उम्मीद में घर से हजारों किलोमीटर दूर चले गए थे।

और रूस गए 13 युवकों में से 3 की युद्ध के दौरान मौत हो गई, जबकि दो युद्ध में घायल होने के बाद भी घर लौट आए।

बाकी 8 लोगों का अभी पता नहीं चल पाया है। इन लागों को रूस में सुरक्षा गार्ड, हेल्पर और रसोइया की नौकरी के लिए पेशकश किया गया था।

और साथ ही साथ इन्हें हर महीने 2 लाख रुपये देने का वादा भी किया गया था, लेकिन इसके बाद भी उन्हें जबरन युद्ध के मैदान में भेज दिया गया।

बता दे कि,आजमगढ़ के कन्हैया यादव और मऊ के श्यामसुंदर और सुनील यादव रूस-यूक्रेन युद्ध में अपनी जान गंवा चुके हैं।

आजमगढ़ के रहने वाले राकेश यादव और मऊ के बृजेश यादव युद्ध में घायल हो अब घर को आ चुके हैं।

इसी बीच बाकि 8 लोगों के परिवार के सदस्य अभी भी उनके बारे में कुछ सुनने का इंतजार कर रहे हैं।जिनका अभी तक कुछ पता नही चल पाया है।

ये भी देखें