हाल ही में गुजरात में असना नाम का चक्रवात आया था
लेकिन आप यह सोच रहे होंगे की चक्रवात का नाम कौन और कहां से रखा जाता है
आइए जानते हैं चक्रवात का नाम कैसे रखा जाता है
अटलांटिक क्षेत्र में 1953 में चक्रवातों का नाम रखना शुरू हुआ
रिपोर्ट के अनुसार 2004 में भारत और उसके पड़ोसी देशों ने मिलकर चक्रवातों के नाम रखने शुरू किया था
सभी देशों ने चक्रवातों के लिए नामों की एक सूची तैयार की, जब भी कोई नया चक्रवात आता है
तो उसको सूची में से क्रमबद्ध तरीके से एक नाम दे दिया जाता है
इसका नाम ऐसा रखा जाता है जिसको याद करने में ज्यादा कठिनाई न हो
चक्रवातों के आपत्तिजनक या विवादास्पद नाम नहीं रखे जाते हैं
एक बार उपयोग किए गए नाम को दोहराया भी नहीं जाता है