भक्ते के धोखे को लेकर प्रेमानंद महाराज ने कहा कि किसी की याद भूलना है तो उस याद को भगवान की याद से जगत की याद को काट दो।
महाराज जी ने आगे कहा कि संसार में सभी के मन में प्यार है, ऐसा लगता है कि हम जिससे प्यार करें, वो भी सिर्फ हमसे प्यार करे और वह हमेशा हमारे साथ रहे।
महाराज जी ने कहा यही सोच हमें पीड़ा और दर्द से सामना कराती है, क्योंकि संसार में कोई ऐसा नहीं कर सकता. ये माया का खेल है, कि हम अगर किसी से सच्चा प्यार करेंगे तो वह वैसा ही हमारे साथ नहीं करेगा।
उन्होंने कहा जब खुद से किए गए प्यार को जब हम देखेंगे कि वो हमारे साथ ईमानदार नहीं है और इधर-उधर जा रहा तो हमारा मन पूरी तरह से जल जाएगा और ये दुर्दशा माया कराती है।
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ये तो माया का खेल है कि जगत में आप जिससे प्रेम करेंगे वो आपको धोखा देगा।
महाराज जी ने कहा कि माया रूपी संसार में जहां से धोखा नहीं मिलेगा वो हैं, भगवान उनकी शरण में जाओ।