दिल्ली में झुलसा रही गर्मी, हीट स्ट्रोक से ऐसे बचें
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हीट स्ट्रोक क्या है?
हीट स्ट्रोक एक गंभीर गर्मी से संबंधित बीमारी है। जब शरीर का तापमान 104°F (40°C) से ऊपर बढ़ जाता है।
हीट स्ट्रोक के लक्षण क्या हैं?
लक्षणों में उच्च शरीर का तापमान, परिवर्तित मानसिक स्थिति या व्यवहार (भ्रम, उत्तेजना, अस्पष्ट भाषण), गर्म और शुष्क त्वचा, मतली, उल्टी, तेजी से सांस लेना और तेज, मजबूत नाड़ी
हीट स्ट्रोक का क्या कारण है?
हीट स्ट्रोक उच्च तापमान, विशेष रूप से उच्च आर्द्रता, या पर्याप्त जलयोजन के बिना गर्म मौसम में तीव्र शारीरिक गतिविधि के लंबे समय तक संपर्क में रहने के कारण हो सकता है।
हीट स्ट्रोक का खतरा किसे है?
शिशु, बुजुर्ग व्यक्ति, एथलीट, बाहरी कर्मचारी और हृदय रोग, मधुमेह रोगी
हीट स्ट्रोक को कैसे रोका जा सकता है?
हाइड्रेटेड रहें, ढीले-ढाले, हल्के रंग के कपड़े पहनें, बाहर कम जाएं, ठंडक पाने के लिए नियमित ब्रेक लेकर हीट स्ट्रोक को रोकें।
लू लगे तो क्या करें
आपातकालीन सेवाओं को तुरंत कॉल करें। व्यक्ति को ठंडे स्थान पर ले जाएं। अतिरिक्त कपड़े हटा दें, और जो भी उपलब्ध साधन हों, जैसे ठंडा स्नान, गीला तौलिया, या गर्दन, बगल और कमर पर बर्फ की पट्टी से उन्हें ठंडा करें।
क्या हीट स्ट्रोक का लंबा प्रभाव हो सकता है?
हां, अगर तुरंत इलाज न किया जाए, तो हीट स्ट्रोक मस्तिष्क, गुर्दे और अन्य अंगों को दीर्घकालिक नुकसान पहुंचा सकता है और घातक हो सकता है।
क्या हीट स्ट्रोक का इलाज घर पर संभव है?
हीट स्ट्रोक के लिए तत्काल चिकित्सा ध्यान देने की आवश्यकता होती है। आपातकालीन सहायता की प्रतीक्षा करते समय, व्यक्ति को ठंडा करना शुरू करें, लेकिन घरेलू उपचार पेशेवर चिकित्सा उपचार का विकल्प नहीं हैं।