क्रॉस लेग बैठना आपके सेहत के लिए हो सकता है नुकसानदायक, जानें कैसे

जब आप एक पैर के ऊपर दूसरा पैर चढ़ाकर बैठते हैं तो इससे पेल्विक एरिया में बोन एलाइनमेंट की परेशानी बढ़ सकती है और ब्‍लड सर्कुलेशन भी प्रभावित होता है

शोधों में पाया गया है कि जिन लोगों को क्रॉस लेग बैठने की आदत होती है, उन्‍हें कई छोटी बड़ी परेशानियों से गुजरना पड़ता है. 

अगर प्रेगनेंसी में महिलाएं क्रॉस लेग पोश्‍चर में बैठें तो इससे कई तरह की परेशानियां उन्‍हें हो सकती है. दरअसल, इस समय महिलाओं के शरीर में काफी तेजी से बदलाव आते रहता है.

ऐसे में मसल्स क्रैम्‍प, पीठ में दर्द आदि समस्‍या काफी कॉमन होती है. अगर प्रेगनेंट महिला इस क्रॉस लेग में बैठे तो यह मां के साथ साथ बच्‍चे को भी नुकसान पहुंचा सकता है. यही नहीं, लेग क्रैंप, जोड़ों में दर्द जैसी समस्‍याएं भी हो सकती हैं.

शोध में पाया गया है कि क्रॉस लेग बैठने से ब्‍लड प्रेशर टेम्‍पररी स्‍पाइक हो सकता है. खासतौर पर अगर आपके घुटनों से पैरों को एक दूसरे पर रखा गया हो.

जब ब्‍लड वेन्‍स से गुजरते हुए खून आसानी से हार्ट तक नहीं पहुंती  या पंप मिलने के बावजूद कहीं ब्‍लड फ्लो में परेशानी होने लगती है तो वेन्‍स में ब्‍लड बैक फ्लो करने लगती है और  वैरिकोज वेन्‍स की समस्‍या शुरू हो जाती है.

इसमें शरीर के कई अंगों पर पर्पल वेन्‍स नजर आने लगते हैं जो दरअसल खून का क्‍लॉट होता है. क्रॉस लेग बैठने से भी ये परेशानी हो सकती है.