अमेजॉन के जंगल में यानोमानी जनजाति पाई जाती है जिनके अंतिम संस्कार का तरीका काफी अलग है
अगर उनके परिवार में किसी की मृत्यु हो जाए तो वह लोग एंडोकैनिबलिज्म को फॉलो करते हैं
यह रिवाज जितना सुनने में अजीब है उतना ही करने में भी अजीब है
इस रिवाज में घर की किसी की मौत होने के बाद उसे पहले पत्तों से ढका जाता है
फिर एक महीने बाद शव को जलाकर उसकी राख को बर्तन में रख दिया जाता है
उसी राख का सूप पूरा परिवार बनाकर पीता है
उनके रिवाज का मानना यह है कि जब मृत व्यक्ति की आत्मा को शांति पहुंचने होती है तो इस तरह के रिवाज को निभाया जाता है
वह सालों से इस को निभा रहे हैं जिसमें उनका मानना है की मृत व्यक्ति को तभी शांति मिलती है जब उसके परिवार वाले उसे खा जाते हैं