आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया की सबसे खूबसूरत इमारत ताजमहल 50 कुओं के ऊपर बना है।
इसके पीछे एक वैज्ञानिक कारण है, जिसकी वजह से सैकड़ों साल बाद भी ताजमहल इतनी मजबूती से खड़ा है।
इन 50 कुओं में ताजमहल की नींव बनाई गई है, जिस पर पूरी इमारत का भार टिका हुआ है।
इन कुओं में आबनूस और महोगनी की लकड़ियां डाली गई थीं, जिन्हें यमुना नदी के पानी से नमी मिलती रहती है।
इन लकड़ियों को जितनी नमी मिलेगी, वो उतनी ही मजबूत होंगी। यही वजह है कि ताजमहल को यमुना के किनारे बनाया गया।
पुरातत्वविद डॉ. एनके भटनागर का कहना है कि ताजमहल की नींव में मौजूद कुओं को लगातार पानी की जरूरत होती है।
यमुना का पानी नमी के जरिए ताजमहल की नींव तक पहुंचता है, जिसकी वजह से इसकी नींव में मौजूद लकड़ियां सुरक्षित रहती हैं।
मुगल बादशाह शाहजहां ने 1632 में ताजमहल का निर्माण शुरू कराया था। इसे बनने में 22 साल लगे थे।