भारत में ट्रेन सेवाएं 170 साल से भी पहले शुरू हुईं। रेल नेटवर्क अब दुनिया का चौथा सबसे लंबा नेटवर्क है।
यहां भारत के पांच सबसे पुराने रेलवे स्टेशनों पर एक नज़र डालें, जो ब्रिटिश शासन काल के हैं।
मुंबई का छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, जिसे पहले बोरी बंदर और विक्टोरिया टर्मिनस के नाम से जाना जाता था, भारत के सबसे पुराने रेलवे स्टेशन (1850 के दशक में निर्मित) के रूप में जाना जाता है। भारत की पहली यात्री ट्रेन 1853 में बोरी बंदर से ठाणे तक चली थी। 1887 में स्टेशन का नाम बदलकर विक्टोरिया टर्मिनस और फिर 1996 में छत्रपति शिवाजी टर्मिनस कर दिया गया।
1852 में निर्मित, पश्चिम बंगाल में हावड़ा रेलवे स्टेशन भारत के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों में से एक है। हावड़ा स्टेशन में 23 प्लेटफार्म हैं, जो भारत में किसी भी स्टेशन पर प्लेटफार्मों की अधिकतम संख्या है।
चेन्नई का रोयापुरम भारत के सबसे पुराने रेलवे स्टेशनों में से एक है। इसका निर्माण 1856 में किया गया था। दक्षिण भारत में पहली रेल सेवा 1 जुलाई, 1856 को रोयापुरम से तमिलनाडु के अर्कोट में वालाजाह रोड तक चली।
पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन की स्थापना 1864 में हुई थी। इसका संचालन कलकत्ता, अब कोलकाता से एक ब्रॉड गेज ट्रेन के आगमन के साथ शुरू हुआ था।
जयपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन एक और पुराना स्टेशन है, जिसे 1875 में बनाया गया था। यह अब राजस्थान का सबसे व्यस्त स्टेशन है।
1879 में निर्मित, पुडुचेरी रेलवे स्टेशन भारत के सबसे पुराने रेलवे स्टेशनों में से एक है।