साल 2024, में महाशिवरात्रि का व्रत 18 फरवरी के दिन रखा जाएगा। इस दिन व्रत रखकर भगवान शिव की पूजा करने का विधान है। विशेष तौर पर शिवलिंग का अत्यंत महत्व माना गया है।
जल चढ़ाना: महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर जलाभिषेक करने से नकारात्मकता दूर होती है और सकारात्मकता का संचार होता है।
कुषा का जल चढ़ाना: महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर कच्चा दूध चढ़ाने से रोगों और दुखों से मुक्ति मिलती है।
दही चढ़ाना: शिवलिंग पर दही से अभिषेक करने पर भौतिक सुख अजिसे कि घर, वाहन आदि की प्राप्ति होती है।
गन्ने का रस चढ़ाना: महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर गन्ने का रस चढ़ाने से धन लाभ होता है।
शहद चढ़ाना: महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर शहद चढ़ाने से आय में वृद्धि होती है।
इत्र वाला जल चढ़ाना: महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर इत्र मिला हुआ जल चढ़ाने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
दूध चढ़ाना: महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर दूध चढ़ाने से संतान की प्राप्ति और मनोकामनाओं की पूर्ती होती है।
गंगाजल चढ़ाना: महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाने से पापों के बोझ से छुटकारा मिलता है।
दूध और चीनी चढ़ाना: महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर दूध और चीनी चढ़ाने से बुद्धि तीव्र बनती है।
घी चढ़ाना: महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर घी चढ़ाने से वंश में वृद्धि होती है और परिवार में खुशहाली आती है।
सरसों का तेल चढ़ाना: शिवलिंग पर सरसों का तेल चढ़ाने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।
कच्चे अक्षत चढ़ाना: महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर कच्चे अक्षत चढ़ाने से धन-धन्य की प्राप्ति होती है।
तिल चढ़ाना: महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर तिल चढ़ाने से पितृ दोष समाप्त होता है और पितरों का आशीर्वाद मिलता है।
पुष्प चढ़ाना: महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर भगवान शिव के प्रिय फूल चढ़ाने से मानसिक प्रसन्नता प्राप्त होती है।