Jan 11, 2025
Akriti Pandey
इन्हें मिलता है महाकुंभ पर सबसे पहले शाही स्नान करने का सौभाग्य
महाकुंभ हर 12 साल के बाद मनाया जाता है, मान्यता है कि यहां एक बार स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं।
हिंदु धर्म में महाकुंभ का बहुत महत्व है, 12 साल में एक बार लगने वाला ये मेला प्रयागराज, हरिद्वार, उजैन्न और नासिक में आयोजित किया जाता है।
महाकुंभ को देखने के लिए देशभर से लाखों श्रद्धालु और पर्यटक यहां आते हैं और धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक महाकुंभ में स्नान करने से मोक्ष मिलता है।
लेकिन क्या आपको पता है कि सबसे पहले स्नान का मौका किसे मिलता है, चलिए जानते हैं।
आपको बता दे कि,
कुंभ में सबसे पहले स्नान का मौका नागा साधुओं को मिलता है।
नागा साधुओं को ही 'प्रथम स्नान अधिकार' इसलिए देते है क्योंकि आदिकाल में व धर्म और समाज की रक्षा के लिए वो सेना के रूप में काम करते थे।
और नागा साधुओं के स्नान के बाद वहां मौजूद पर्यटक त्रिवेणी में स्नान करते हैं।
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