पीएम मोदी ने ऐसे लड़ी थी आपातकाल से लड़ाई

25 जून 2024 को देश में आपातकाल को 49 वर्ष पूरे हो चुके हैं

PM नरेंद्र मोदी ने आपातकाल को लोकतंत्र पर काला धब्बा बताया

आपातकाल लागू होने के बाद मोदी सक्रिय रूप से विरोध प्रदर्शनों में शामिल होते रहे

PM मोदी ने ट्रेनों से भेजी आपातकाल के खिलाफ सूचना सामग्री

PM मोदी को कई बार अपना हुलिया तक बदलना पड़ा

कभी वह स्वामी जी तो कभी सिख बनकर सरकार को चकमा देते रहे

PM मोदी ने उस वक्त आपातकाल के खिलाफ वैश्विक स्तर पर भी आवाज उठाई

1978 में 27 वर्ष की उम्र में मोदी ने अपनी पहली पुस्तक 'संघर्ष मा गुजरात' लिखी

इस किताब में उन्होंने आपातकाल के दौरान अपने अनुभवों को साझा किया है