अत्यधिक शराब सेवन: रावण शराब का अत्यधिक सेवन करता था और इसे अपने जीवन का हिस्सा मानता था।
अंतिम इच्छा: मृत्यु से पहले रावण की अंतिम इच्छा थी कि उसे एक आखिरी बार शराब पीने का अवसर मिले।
राम के आदेश: रावण की इस इच्छा को राम ने पूरा नहीं किया, क्योंकि उन्होंने इसे धर्म और मर्यादा के खिलाफ माना।
शराब की लत: रावण का शराब के प्रति यह आकर्षण उसकी बुरी आदतों और अंततः उसके पतन का एक प्रतीक बन गया।
धर्म का संदेश: यह घटना दर्शाती है कि बुरी आदतें, जैसे शराब की लत, किसी भी महान व्यक्ति को पतन की ओर ले जा सकती हैं।