बचपन में बच्चे पायलट बनने का सपना देखते हैं। भारत में पायलट बनने के दो तरीके होते हैं।
पहला आप सिविल एविएशन के जरिए पायलट बन सकते हैं। वहीं दूसरा इंडियन डिफेंस फोर्सेज के जरिए पायलट बनने का सपना पूरा किया जा सकता है।
सिविल एविएशन के जरिए कमर्शियल पायलट बनते हैं।
युवाओं का सवाल रहता है कि हेलीकॉप्टर उड़ाने वाले की कितनी सैलरी होती है और क्या क्वालिफिकेशन चाहिए होता है।
बता दें यह एयरलाइंस व कंपनियों पर निर्भर करता है। ग्लासडोर की एक रिपोर्ट की मानें तो हेलीकॉप्टर पायलट की सैलरी औसतन 1 लाख रुपये प्रतिमाह होती है।
कमर्शियल पायलट बनने के लिए अभ्यर्थी मैथ्य व फिजिक्स के साथ 12वीं में उत्तीर्म होना चाहिए। इसके बाद फ्लाइंग या ट्रेनिंग स्कूल ज्वाइन करना होता है।