डोनाल्ड ट्रंप बर्थराइट सिटिजनशिप को खत्म करना चाहते हैं। ये 150 से भी ज्यादा सालों से संविधान में दर्ज है।
अमेरिका अपनी सीमाओं के अंदर पैदा हुए बच्चों को नागरिकता देता है, भले ही उनके माता-पिता की नागरिकता कुछ भी हो।
ट्रंप और उनके समर्थकों का तर्क है कि इस व्यवस्था का दुरुपयोग हो रहा है।
ट्रंप और इस नीति के दूसरे विरोधियों का कहना है कि इससे बर्थ टूरिज्म को बढ़ावा मिलता है।
बर्थराइट सिटिजनशिप को खत्म करने से सभी पर असर पड़ेगा।
2022 की अमेरिकी जनगणना के मुताबिक, करीब 48 लाख भारतीय-अमेरिकी अमेरिका में रह रहे हैं।
जिनमें से 16 लाख का जन्म देश में हुआ है। अगर ट्रंप इस कानून को खत्म करते हैं तो 16 लाख भारतीय प्रभावित होंगे।